अटल बिहारी वाजपेयी ‘‘राजनीतिज्ञ नई बलकि एक महान व्यक्तित्व रहिन’’
अटल बिहारी वाजपेयी के जनम 25 दिसम्बर बछर 1924 को ग्वालियर म एक सामान्य परिवार म होय रहिस। उंकर पिता जी के नाव कृष्ण बिहारी मिश्र रहिस। जे ह उत्तर परदेस म आगरा जनपद के प्राचीन असथान बटेश्वर के मूल...
View Articleछत्तीसगढ़ महतारी के रतन बेटा- स्व. प्यारे लाल गुप्त
हमर छत्तीसगढ़ ला धान के कटोरा कहे जाथे अउ ए कटोरा म सिरिफ धाने भर नई हे, बल्कि एक ले बढ़ के एक साहित्यकार मन घलाव समाए हावय। ए छत्तीसगढ़ के भुइंया म एक ले बढ़ के एक साहित्यकार मन जनम लिहिन अउ साहित्य के...
View Articleजतन करव तरिया के
पानी जिनगी के सबले बड़े जरूरत आय।मनखे बर सांस के बाद सबले जरूरी पानी हरे।पानी अनमोल आय।हमर छत्तीसगढ़ म पानी ल सकेले खातिर तरिया,डबरी अउ बवली खनाय के चलन रिहिस।एकर अलावा नरवा,नदिया अउ सरार ले घलो मनखे...
View Articleआठे कन्हैया
हमर भारत देस ह देवता मन के भुइंया हे येखर कोना-कोना पुण्य भुंईया हेे। इहां पिरीथिवी लोक म जब-जब धरम के हानी होवत गईस तब-तब भगवान ह ये लोक म अवतार लिहीस। भगवान सिरी किसन जी ह अरजुन ल कुरूक्षेत्र म भागवत...
View Articleधरसींवा के शिव मन्दिर
चरौदा, धरसींवा रायपुर में स्थित शिव मन्दिर के इतिहास के बारे आप अगर गाँव सियान मन ल पूछहू त झटकुन ऊँखर जुबान म पहिली नाम बाबू खाँ के आथे, हाँ ये उही बाबू खाँ आए जब 45 साल पहिली जब पूरा देश आजादी के...
View Articleतीजा –पोरा के तिहार
छत्तीसगढिया सब ले बढ़िया । ये कहावत ह सिरतोन मा सोला आना सहीं हे । इंहा के मनखे मन ह बहुत सीधा साधा अउ सरल विचार के हवे। हमेशा एक दूसर के सहयोग करथे अउ मिलजुल के रहिथे । कुछु भी तिहार बार होय इंहा के...
View Articleराजागुरु बालकदास : छत्तीसगढ़ गवाही हे
भिंसरहा के बात आय चिरइ चुरगुन मन चोंहचीव चोंहचीव करे लगे रहिन…अँजोरी ह जउनी हाथ म मोखारी अउ लोटा ल धरे डेरी हाथ म चूँदी ल छुवत खजुवावत पउठे पउठा रेंगत जात हे धसर धसर।जाते जात ठोठक गे खड़ा हो के अंदाजथे...
View Articleगणेश पूजा अउ राष्ट्र भक्ति
भारत के आजादी मा गणेश भगवान अइसे तो भगवान गणेश के पूजा आदिकाल से होवत आत हे।कोनो भी पूजा, तिहार बार के शुरुआत गणेश के पूजा ले होथय।सनातन अउ हिन्दू रीति रिवाज मा गणेश ला प्रथम पूज्य माने गय हे। गौरी...
View Articleहमर देस राज म शिक्षक के महत्तम
कोनो भी देस के बिकास ह सिछक के हाथ म होथे काबर के वो ह रास्ट्र के निरमान करता होथे। वो ह देस के भबिस्य कहे जाने वाला लईकरन मन ल अपन हर गियान ल दे के पढ़ईया लईकरन मन ल ये काबिल बनाये के कोसिस करथे के वो...
View Articleजियत ले मारिस डंडा , मरिस त लेगिस गंगा
तइहा तइहा के बात आय। पैरी नदी के खंड़ म राजिम नाव के गांव रहय। राजिम म खालहे डहर महानदी अऊ पैरी नदी के संगम घला रहय। असाढ़ सावन म महानदी के पानी सिद्धा राजिम के गली म खुसर जाये तेकर सेती राजिम के घर...
View Articleजिए केअधिकार जम्मो झन ल हे
जिनगी ह काखरो जिनीस नोहे जेला कोन्हो घलो जब चाही तब नगा लीही।जिए के अधिकार जम्मो झन ल हे।चाहे वो चिरयी चुरगुन,जीव जनतु कोन्हो रहाय इहां तक रुख राई ल घलव जिए केअधिकार हे।फेर आजकल इंखर मन ले गये बीते...
View Articleनरवा गरवा घुरवा बारी
नरवा गरवा घुरवा बारी योजना के चर्चा अभी पूरा देश में चलत हे। ए योजना ह छत्तीसगढ़ सरकार के महत्त्वपूर्ण योजना आय जेकर माध्यम ले गांव ल आत्मनिर्भर बनाय के उदीम होवत हे। कतको मनखे ल तो ए योजना ह समझ में...
View Articleसरवपीतरमोछ अमावस
हमर भारतीय संसकिरीति पूरा विस्व म सबसे पुराना अऊ सनातन हावय। हमर हिंदू धरम के अनुसार जेहा पिरिथिवी लोक म जनम लेहे हाबय ओखर मरना निसचित हाबय। चाहे वो ह भगवान के अवतार राम भगवान हो चाहे किसन भगवान हो।...
View Articleअड़हा बईद परान घात
मोहना महराज ला नवागढ़ छेत्र म कोन नी जानय। नाड़ी बईद के नाम से परसिद्ध रहय मोहना महराज हा। जेकर हाथ नाड़ी ला छू देतिस तेकर कलयान हो जतिस। छोटे मोटे बीमारी से लेके भूत परेत मरी मसान तको ला भगाये के दवई...
View Articleकब बनही छत्तीसगढ़ी ह राजकाज के भाषा
आप मन तो जानतेच हव, के हमर प्रदेश के ढ़ाई करोड़ मनखे मन के भाखा छत्तीसगढ़ी आए, कहे के मतलब ये, के, इहां के जादातर मनखे मन, छत्तीसगढ़ी बोलथें। नवा प्रदेश के गठन होए के बाद, जनता के मांग उपर, सरकार ह...
View Articleसत्य अउ अंहिसा के पुजारी रहिन गांधी बबा
राष्ट्रपिता गांधी जी के 150 वी जयंती मा उनला सादर शत् शत् नमन प्रणाम आप सब जानत हव कोन रहिन गांधी बबा हर अउ देश ला आजाद करवाय बर कतका उदीम करिन , अउ हमर देश के आजादी मा गांधी बबा जी मन कतेक योगदान दे...
View Articleछत्तीसगढ़ी ल पोठ करे बर अपन पढ़ईया चाही
छत्तीसगढ़ी के व्याकरण के किताब जब हिन्दी ले पहिली के आये ह त ये हा ये बात ला प्रमाणित करे बर अपन आप मा पर्याप्त हे के छत्त्तीसगढ़ी अपन आप मा कतका सक्षम हे । कोनो भी भाखा ला एक भाषा के रूप मा तभे जाने...
View Articleगांधी के देश मा हिंसक होवत मनखे
मोहन दास करमचंद गांंधी जेला जम्मो देशवासी मन बापू अउ राष्ट्रपिता कहिथे। शांंति के पुजारी अउ महात्मा घलाव कहिथन।ये सब ला एखर सेती बतावत हावँव कि ये सर्वनाम हा अउ कोनों दूसर बर नइ कहे जाय।यहू सच आय कि...
View Articleकोरा तलासत गांधी
मोर देस के हालत बहुतेच खराब हे एक घांव कइसनो करके भारत म फेर जनम धरन दव आनदोलन पुराके तुरते लहुंट जहूं – गांधी गोहनावत रहय। चित्रगुप्त किथे उहां अवइया हजारों बछर बर कोरा के एडवांस बुकिंग चलत हे। कन्हो...
View Articleकहूं नंदा झिन जावय चिट्ठी के मया, दुलार अउ अगोरा
बिस्व म हरम भारत देस सबले जुन्ना संसकिरीती हे अउ जिहां संसकिरीती हावय उंहा सभियता हावय। अउ जिहां सभियता हावय उंहा लोगनमन के भावना ल दूरिहा म बसे अपन सगे-संबंधी मन ल संदेसा पहुंचाये के बेवस्था रहिस। जेह...
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